Karwachauth Sex Story, Karwa Chauth ki Chudai, Sasur Ne Choda Karwachauth par, Hindi Sex Story : आज मैं आपको अपनी करवा चौथ की कहानी सुना रही हूँ। करवा चौथ पर मेरे ससुर जी ने गिफ्ट ला कर दिया था जब मैंने व्रत खोली थी तो। उन्हीं के पैर छूकर मैंने प्रणाम किया उन्होंने गिफ्ट के रूप में एक अंगूठी दी थी उन्होंने खुद अपने हाथों से पहनाया था मुझे और फिर जो हुआ इस कहानी में बताने जा रही हूं। मेरी सेक्स कहानी डॉट कॉम पर यह मेरी पहली कहानी है आशा करते हो आपको बहुत हॉट और सेक्सी लगेगी यह मेरे कहानी।
मेरा नाम सपना है मैं 24 साल की हूं शादी को 4 साल हो गए अभी तक कोई बच्चा नहीं है। मेरे पति फौज में है वह साल में एक बार घर आते हैं और पूरे 11 महीने वह बॉर्डर पर होते हैं। मेरी शादी शुदा जिंदगी सही नहीं चल रही है इसकी वजह है सेक्स की। एक लड़की की जब शादी हो जाती है तो उसकी इच्छा होती है कि अपने पति के साथ रहे और खुश रहे। पर अगर पति ही साथ ना हो तो ना कोई पर्व त्योहार अच्छा लगता है ना जिंदगी अच्छी लगती है। इसी का फायदा लोग उठाते हैं जैसा कि मेरे ससुर ने मेरे साथ उठाया।
पति जब तक मेरे साथ रहते हैं मैं बहुत खुश रहती हूं। और जब वह चले जाते हैं तो मैं अकेली हो जाती हूं क्योंकि घर में और कोई है नहीं मेरे ससुर जी हैं। साफ नहीं है वह कब के चल बसी है और मेरी कोई मदद नहीं है और मेरे पति इकलौता है तो ना मेरे को याद है ना मेरे कोई पीछे है घर में ससुर जी हैं अपना खेती बारी करते हैं। और सत्संग करते हैं।
सीधे कहानी पर आती हो पिछली करवा चौथ की बात है दिन भर में भूखी प्यासी जाकर शाम को पूजा पाठ करके जब चंद्रमा दिखाई दिया तब हमने व्हाट्सएप कॉल किया अपने पति को। छलनी से चांद देखे मेरे ससुर जी। तो आप खुद बताइए मैं किस को देखकर व्रत खोल रही हूं। उस साइड मोबाइल पर तो मेरे पति हैं पकड़े हुए मेरे ससुर हैं तो मेरे नजर आने के बाद मोबाइल मोबाइल के बाद अपने ससुर।
तो सच पूछिए तो मैंने दोनों को देखकर ही व्रत खुली और तरीके से और कायदे की बात की जाए तो मैंने ससुर को देखकर ही बात खोली थी। ससुर जी ने मुझे ₹5000 दिए थे जिससे मैं 3000 की साड़ी लाई और ₹2000 अपने चेहरे पर खर्च की ब्यूटी पार्लर गई थी। मेनीक्योर पैडिक्योर ब्लीच फेशियल सब करवाई ताकि मैं सुंदर देख सकूं। मैं बहुत हॉट दिखती रही थी एकदम से अलग कजरारी आंखें नए नक्श ऐसे जैसे कोई भी फ़िदा हो जाए चाहे हो जवान हो।
पूजा पाठ करके घर पहुंची तो उस दिन ससुर जी मेरे लिए खाना बनाए थे। पहला निवाला उन्होंने अपने हाथों से मुझे खिलाया। उन्होंने कहा पति नहीं है तो क्या है तुम ऐसे रहती हो चुपचाप मुझे अच्छा नहीं लगता है तुम्हें किसी चीज की कमी है मैं पूरा करूंगा और जब तुम्हारा पति साथ रहेगा तो फिर तुम पति की बन के रहना। पर जब तुम्हारा पति यहां नहीं है तुम अपनी जिंदगी को क्यों ऐसे तन्हा करके काट रही हो खुश रहो।
तभी मैं रोने लगी ससुर जी बोले रोती क्यों हो तुम ? मैंने कहा एक औरत को और क्या चाहिए इज्जत चाहिए प्यार चाहिए जो मुझे नहीं मिल रहा है मैं अकेली हो गई हूं। इतना कह कर मैं जोर जोर से रोने लगी और मैं टूट गई थी। ससुर जी ने मुझे गले से लगाया तुम्हें थोड़ा अचंभित हो गई लगाकर शायद ही अच्छी बात नहीं है। व्रत तो मैंने पति के लिए रखा है। ससुर जी ने मुझे अपनी बातों में फंसा लिया और मुझे सहलाने लगे। भावनाओं में बह गई इमोशनल अत्याचार मेरा हो गया।
उन्होंने मेरे होंठ पर किस करना शुरू कर दिया मेरे चुचियों को दबाना शुरू कर दिया। मैंने कहा ससुर जी आप क्या कर रहे हो ? उन्होंने कहा मैं तुम्हें खुशियां दे रहा हूं /आज के बाद मेरी जिम्मेदारी है तुम्हें वह सब कुछ दूंगा जो तुम्हें चाहिए सोना चांदी हीरे जवाहरात। उसके बदले मैं यह ले रहा हूं। मैं फिसल गई पहले से ही मैं लालची किस्म की औरत हूं। मैंने कहा एक छोटी अंगूठी से क्या होगा आप बड़ी बड़ी चीज कर रहे हो।
उन्होंने तुरंत ही अलमारी के तरफ गए ₹50000 निकाला और मेरे हाथ में रख दिए यह लो। मैं खुश हो गई जब पति यहां नहीं है मुझे प्यार कर नहीं रहा है अकेला छोड़ दिया है तो मैं क्यों सती सावित्री बनकर घूमते रहो। मैंने उनको गले लगा लिया और मैंने भी उनके होंठ पर किस कर लिया। वह खुश हो गए उन्होंने मुझे गोद में उठा लिया। मुझे पलंग पर ले गए पलंग पर लेटा दिया मेरे नथ खोलें। मेरे मांग टीका भी खोला मेरी चूड़ियां खोली मेरे ब्लाउज का हुक खोला। मेरे ब्रा का हुक खोला मेरे दोनों चुचियों को आजाद कर दिया मेरे साड़ी को अलग करके रख दिया मेरे पेटिकोट खोलकर मेरी पेंट उतार दी।
अपना धोती खोल कर भी अलग कर दिया अपना बनियान भी खोल दिया और मेरे ऊपर लेट गए। मेरी बड़ी-बड़ी चूचियां जो गोरी थी पीने लगे मैं मदहोश होने लगी। बहुत खूबसूरत लग रही थी मैं ऐसा मेरे ससुर जी बोले उन्होंने कहा था कि तुम शादी के दिन भी इतनी खूबसूरत नहीं लग रही थी आप जितनी खूबसूरत तुम लग रही हो। तेरे ऊपर मैं फ़िदा हो गया हूं बहू मेरी।
इतना कह कर उन्होंने मेरे जिस्म को नोचना शुरु कर दिया मेरे चुचियों को मसल ना निप्पल को रगड़ना होठ को चूमना। मेरे से बर्दाश्त नहीं हुआ मैंने तुरंत ही उनका लंड पकड़ कर आगे पीछे करने लगी। मैं तुरंत ही उनके लंड को लेकर मुंह में ले ले और चूसने लगे मोटा लंबा लंड। किसी जवान का भी इतना बड़ा लंड ना हो मैं हैरान हो गई। खड़ा था उनका लंड लंबा मोटा काला। देखते ही मेरी चूत गीली हो गई। मुंह में लेकर चूसने शुरू किया, मेरे तन बदन में आग लग गई थी मैं पागल हो गई थी उनके लंड को पाकर।
उन्होंने मेरी चूत को चाटना शुरू किया मेरे गांड पर जीभ लगा कर चाटना शुरू किया। ऐसा तो मेरे पति ने भी कभी नहीं किया था मेरे साथ जैसा इन्होंने किया है। मेरे पूरे शरीर में करंट दौड़ने लगा था। झनझनाहट से मेरे पूरे शरीर में होने लगी थी अंगड़ाइयां लेने लगी मेरे होंठ सूखने लगे थे मेरी चूत गीले होने लगे थे गरम गरम पानी निकल रहा था मेरे चूत से जो कि मेरी गांड के छेद तक पहुंच रहा था। और ससुर जी चाट रहे थे।
ससुर जी ने मेरे दोनों बूब्स को पीना शुरु किया दांत से काटने लगे मेरे निप्पल को। अब मैं बर्दाश्त के बाहर हो रही थी मुझे लंड चाहिए था अपनी चूत में। मैंने कहा ससुर जी अब मत तड़पाओ मुझे चोद दो। उन्होंने कहा आज तो पूरी रात जो दूंगा तुम्हें इतने सुंदर लग रहे हो। और उन्होंने मोटा लंड मेरी चूत के छेद पर लगाकर जोर से धक्का मारा पूरा का पूरा लंड मेरी चूत के अंदर चला गया।
अब जोर जोर से मेरे टांगों को ऊपर करके धक्के देने लगे पूरा लंड अंदर बाहर अंदर बाहर हो रहा था। पलंग आवाज कर रहा था और हर एक धक्के पर वह हाय हाय कह रहे थे। मैं भी सेक्सी आवाज निकालते हुए उनके बदन को टटोल रहे थे अपना नाखून उनके पेट में गड़ा रही थी। मैं काफी ज्यादा कामुक हो गई थी मैं उनको। और जोर से चोदो और जोर से चोदो कहती थी और वह जोर जोर से धक्के लगाते थे पूरा का पूरा शरीर मेरा ही जाता था मेरी चूचियां हिल जाती थी।
उन्होंने मुझे उल्टा कर दिया और मेरे गांड पर थूक लगाया और गांड में अपना लंड डालने लगे पर मुझे बहुत दर्द हो रहा था क्योंकि उनका लंड बहुत मोटा था। पर उन्होंने धीरे-धीरे करके घुसा ही दिया मेरे गांड में। अब वह मेरी गांड मारने लगे जोर-जोर से मुझे काफी ज्यादा दर्द हो रहा था क्योंकि उन्होंने अंदर तक अपने लंड को मेरे गांड में पहुंचा दिया था। अब मेरी चूत गीली हो रही थी और गरम गरम पानी बेडशीट पर गिरने लगा था इतना ज्यादा में कामुक हो गई थी।
उन्होंने फिर मुझे सीधा किया और अपना लंड मेरी गांड में जोर जोर से डालना शुरू किया फिर मेरे चूत में लंड लगाया और जोर जोर से मुझे चोदने लगे। करीब 2 घंटे तक उन्होंने मुझे चोदा आगे से पीछे से ऊपर से नीचे से बैठकर लेट कर कभी वह नीचे कभी मैं ऊपर। तब जाकर उनका वीर्य गिरा। मैं अपनी चूत में ही उनके वीर्य को ले ली। उसके बाद तो हम दोनों ऐसे सो गए कि आपको हम बता नहीं सकते पता ही नहीं चला वह एक साइड में दूसरे साइड। 2 घंटे बाद वह फिर मुझे सहला रहे थे मेरे चुचियों को पी रहे थे क्योंकि हम दोनों नंगे ही एक बेडशीट और कर सोए हुए थे।
उन्होंने मुझे फिर से चोदना शुरू किया और फिर से गांड मारा चूत मारा किस किया अपनी बाहों में भरा और फिर हम लोग सोए जब मैं सुबह उठी तो आईने में जाकर अपने आप को देखे तो मेरे काजल बिखरे हुए थे मेरे लिपस्टिक बिक्री हुई थी मेरे सिंदूर बिखरे हुए थे मेरे बाल बिखरे हुए थे। ऐसा तो मेरे सुहागरात के दिन भी कभी नहीं हुआ था जो करवा चौथ की रात को ससुर जी ने कर दिया मेरे साथ। यादगार है और यादगार रहेगा।
मैं जल्द ही अपनी दूसरी कहानी मेरी सेक्स कहानी डॉट कॉम पर लिखने वाली हो तब तक के लिए आपका धन्यवाद
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