शालिनी की चूत का तंत्र – एक गरम और कामुक सेक्स कहानी

Tantrik Sex Story: मेरा नाम शालिनी है। मैं 35 साल की हूँ, एक सुंदर, सेक्सी और जवान औरत, जिसका जिस्म किसी को भी पागल कर दे। मेरा गोरा, चिकना बदन, बड़े-बड़े रसीले चूचियाँ जो साड़ी में उभरकर फटने को तैयार रहते हैं, और मोटी, गोल, भारी चूतड़ जो चलते वक्त लचकती हैं, किसी भी मर्द का लंड खड़ा कर सकती हैं। मेरी चूत हमेशा गीली, गरम और भूखी रहती थी, और मेरी बूड़ रसीली, मेरी कमर पतली, और मेरी गांड इतनी चिकनी कि कोई भी मर्द इसे चोदने को बेताब हो जाए। मेरा पति, अजय, 38 साल का था—लंबा, सांवला, और मज़बूत जिस्म, लेकिन पिछले तीन साल से मेरी चूत से कोई बच्चा नहीं हो रहा था। अजय का 7 इंच का लंड मेरी चूत को चोदता था, लेकिन मेरी बूड़ खाली रहती थी। मैंने डॉक्टरों, ज्योतिषियों को दिखाया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। एक दिन मैंने गाँव के तांत्रिक, बाबा शिवानंद, को बुलाया, जो 60 साल के थे—लंबे, सांवले, और मज़बूत जिस्म वाले, जिनकी पैंट में मोटा, 10 इंच का लंड साफ उभरता था। उनकी आँखें मेरी चूचियों और चूतड़ पर टिकती थीं, और उनकी आवाज़ में एक जादुई, कामुक भूख थी।

हमारा घर शहर के किनारे था, जहाँ रातें ठंडी हवाओं और सन्नाटे से भरी होती थीं। एक दिन अजय ऑफिस में थे, और मैंने सोचा, “मेरी चूत को बच्चा चाहिए, और मेरी भूख को लंड चाहिए। बाबा शिवानंद मेरी चूत को तंत्र से प्रेग्नेंट करेंगे।” मैंने बाबा को बुलाया। वो मेरे घर आए, उनके हाथ में तंत्र की पुस्तकें थीं, और उनकी पैंट में उनका लंड साफ उभर रहा था। मैंने एक टाइट, लाल साड़ी पहनी थी, जिसमें मेरी चूचियाँ ब्लाउज़ से बाहर निकलने को बेताब थीं, और मेरी चूतड़ का उभार साफ झलक रहा था। मेरी साड़ी का पल्लू हल्का सा नीचे सरक गया था, और मेरे निप्पल सख्त होकर ब्लाउज़ में उभर रहे थे। बाबा ने मुझे देखा और बोले, “शालिनी, तेरा जिस्म तो माल है। मेरी लंड तुझसे तड़प रही है। तेरी चूत, बूड़, और चूतड़ चुदने को तैयार हैं।” मेरी चूत गीली हो गई, और मैं सिसकी, “बाबा, मेरी चूत को बच्चा चाहिए, और मेरी भूख को लंड चाहिए। आप तंत्र से मेरी चूत को प्रेग्नेंट करें।”

बाबा बोले, “शालिनी, तेरी चूत को प्रेग्नेंट करने के लिए तुझसे चुदाई करनी पड़ेगी। मेरी लंड तेरी चूत में तंत्र शक्ति डालेगी, और तेरी बूड़ बच्चे से भर जाएगी। लेकिन पूरी रात पूजा करनी होगी, फिर तीन दिन तक तेरी चूत और चूतड़ को चोदना होगा।” मेरी चूत और गीली हो गई। मैंने कहा, “बाबा, मैं तैयार हूँ… मेरी चूत को लंड चाहिए, और मेरी बूड़ को बच्चा चाहिए।” बाबा हँसे, और उनकी पैंट में लंड और सख्त हो गया। वो बोले, “राधा, मेरी लंड तेरी चूत, बूड़, और चूतड़ को फाड़ देगी। तुझसे चुदाई कर, तेरी चूत प्रेग्नेंट हो जाएगी।” मैं शरमाई, लेकिन मेरी चूत टपकने लगी।

बाबा ने मेरी साड़ी का पल्लू खींचा। मेरी मोटी, रसीले चूचियाँ ब्लाउज़ से बाहर उछल पड़ीं, गोल, सख्त, और निप्पल लाल, उभरे हुए। वो बोले, “शालिनी, तेरे चूचियाँ तो चूसने लायक हैं!” उसने मेरी एक चूची को अपने मज़बूत, खुरदुरी हाथ में लिया और ज़ोर से दबाया। मेरी खुरदुरी उंगलियाँ मेरे निप्पल को मसल रही थीं, और उसकी गर्म, गीली जीभ मेरी चूची पर घूम रही थी। मैं सिसक उठी, “आह… बाबा, मेरे चूचियाँ चूस डालो… फाड़ डालो इनको!” उसने मेरी दूसरी चूची को अपने मुँह में लिया और चूसना शुरू किया। उसके दाँत मेरे निप्पल को काटते, और मेरी चूत टपकने लगी। मैंने उसकी धोती खींची, और उसका 10 इंच का मोटा, काला लंड बाहर लहराने लगा, नसें उभरी हुई और सुपारा लाल, चमकदार। मैं बोली, “बाबा, ये तो मेरी चूत फाड़ देगा!”

बाबा ने मेरी साड़ी, ब्लाउज़, और सलवार एक झटके में फाड़ दी। मेरी नंगी चूचियाँ हवा में लटक रही थीं, और मेरी चूतड़ साफ दिख रहे थे। उसने मेरी पैंटी उतारी। मेरी चूत नंगी थी—गीली, गुलाबी, और गरम, उसकी हर सिलवट पानी से चमक रही थी। मेरी बूड़ रसीली थी, मेरी कमर पतली, और मेरी गांड चिकनी, मोटी थी। बाबा बोले, “शालिनी, तेरी चूत तो चुदने लायक है… मखमली, गीली, और रसीली!” उसने अपनी उंगलियाँ मेरी चूत में डालीं, और मैं चिल्ला उठी, “आह… बाबा, मेरी चूत में आग लग रही है!” उसने अपनी जीभ मेरी चूत पर फेरी, और मैं पागल हो गई। वो बोला, “तेरी चूत का स्वाद गज़ब है… गरम और रसीला!” उसने मेरी चूत को अपने मुँह में लिया और चूसना शुरू किया। उसकी गर्म जीभ मेरे चूत के दाने को रगड़ रही थी, और मेरी चूतड़ उछल रही थी। मैं चीखी, “बाबा, मेरी चूत चाट डालो… अब चोद डालो!”

बाबा ने मुझे सोफे पर लिटाया। मेरी टाँगें चौड़ी कीं, और उसने अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ा। उसका सुपारा मेरी चूत की फाँकों को चीर रहा था। मैं तड़प रही थी, “डाल दे, बाबा… मेरी चूत को चोद डालो!” उसने एक ज़ोरदार झटका मारा, और उसका लंड मेरी चूत में पूरा घुस गया। मेरी चूत टाइट थी, और मैं चीख पड़ी, “आह… मर गई… तेरा लंड मेरी चूत फाड़ रहा है!” मेरी चूत से खून टपकने लगा, लेकिन वो रुका नहीं। उसका लंड मेरी चूत को चोद रहा था—ज़ोर-ज़ोर से, गहराई तक। फच-फच की गीली आवाज़ कमरे में गूँज रही थी। मेरे चूचियाँ उछल रहे थे, और उसने उन्हें अपने मज़बूत हाथों से मसला। मैं सिसक रही थी, “चोद… और जोर से चोद… मेरी चूत को फाड़ डाल!”

बाबा ने मुझे घोड़ी बनाया। मेरी मोटी, गोल चूतड़ उसके सामने थीं, चिकनी, उभरी हुई, और रसीली। उसने मेरी चूतड़ पर चार ज़ोरदार थप्पड़ मारे, और मेरी चूतड़ लाल होकर हिलने लगीं। वो बोला, “शालिनी, तेरी गांड भी चोदूँगा… इसे मेरे लंड से फाड़ दूँगा!” मैं सिसकते हुए बोली, “चोद दे, बाबा… मेरी गांड फाड़ डाल!” उसने अपने लंड पर थूक और तेल लगाया, फिर मेरी गांड की टाइट छेद पर रगड़ा। उसका मोटा सुपारा मेरी गांड को छू रहा था। उसने धीरे से लंड डाला, और मेरी गांड टाइट होने की वजह से फटने लगी। मैं चिल्ला उठी, “आह… फट गई मेरी गांड… बाबा, धीरे!” लेकिन उसने मेरी चूतड़ को अपने मज़बूत हाथों से पकड़ा और पूरा लंड ठूंस दिया। मैं चीख रही थी, “आह… मेरी गांड फट रही है!” उसने मेरी गांड को चोदना शुरू किया—ज़ोर-ज़ोर से, बेरहमी से। उसका लंड मेरी गांड को रगड़ रहा था, और मेरे चूचियाँ हवा में लटककर हिल रहे थे। मेरी चूत टपक रही थी, और उसकी चुदाई मेरे जिस्म को पागल कर रही थी।

रात भर बाबा ने तंत्र मंत्र पढ़े। उसने मेरी चूत में तेल डाला, मेरी बूड़ को तंत्र से सहलाया, और मेरी कमर को पकड़कर मेरी चूतड़ को रगड़ा। उसने मेरी चूचियाँ चूसी, मेरी चूत को चाटा, और मेरी गांड में लंड डाला। मैं चिल्लाई, “बाबा, मेरी चूत को जादू दे… इसे लंड से फाड़ डाल!” बाबा बोले, “शालिनी, मेरी लंड तेरी चूत में तंत्र शक्ति डालेगी। तेरी बूड़ बच्चे से भर जाएगी।” उसने मेरी चूत में माल छोड़ा, और मैं झड़ गई, “आह… मेरा हो गया!”

अगले दो दिन बाबा मेरे घर रहे। हर रात वो मेरी चूत और गांड को चोदते। पहली रात उन्होंने मेरी चूत में लंड डाला, और मेरी चूचियाँ चूसीं। दूसरी रात उन्होंने मेरी गांड में लंड डाला, और मेरी चूतड़ पर थप्पड़ मारे। तीसरी रात उन्होंने मुझे बाथरूम में शावर के नीचे चोदा, मेरी चूत और गांड को पानी से चमकाते हुए। हर बार उनकी चुदाई से मेरी चूत और गांड जवान हो जातीं। मैं चिल्लाती, “बाबा, मेरी चूत को फाड़ डाल… मेरी गांड को भोसड़ा बना डाल!” बाबा बोलते, “शालिनी, तेरी चूत तंत्र से प्रेग्नेंट होगी।”

तीसरे दिन सुबह बाबा गए। मैंने उनकी चुदाई का मज़ा लिया, और मेरी चूत संतुष्ट हो गई। अगले महीने मेरा पीरियड मिस हो गया। मैंने डॉक्टर को दिखाया, और पता चला कि मैं प्रेग्नेंट हूँ। मेरी चूत बाबा की लंड से माँ बन गई थी। मैंने बाबा को बुलाया, और वो बोले, “शालिनी, तेरी चूत ने तंत्र को सच किया। अब तेरी चूत और गांड मेरे लंड की गुलाम हैं।” मैंने उसके लंड को मुँह में लिया और चूसते हुए बोली, “बाबा, मेरी चूत को फिर चोद, इसे फाड़ डाल… मेरी गांड को भी भोसड़ा बना डाल!” हमने फिर से चुदाई शुरू की, और यह एक हॉट, वाइल्ड, और कामुक रात थी, जो कभी खत्म नहीं हुई।