दीदी ने बर्थडे का गिफ्ट दिया – सेक्सी कहानी

Brother Sister Sex Story Return Gift Sex : मेरा नाम राहुल है। मैं 20 साल का हूँ, एक जवान, सांवला लड़का, जिसका जिस्म जिम में तराशा हुआ है। मेरा 8 इंच का मोटा, काला लंड किसी भी चूत को पागल कर देता है, उसकी नसें उभरी हुई, और सुपारा लाल, चमकदार, जैसे किसी रसीली चूत को फाड़ने के लिए तैयार हो। मेरी चूत की भूख हमेशा तीव्र रहती थी, लेकिन मैं अभी तक कुंवारी चूत नहीं चोद पाया था। मेरी दीदी, रिया, 25 साल की थी—एक सुंदर, सेक्सी औरत, जिसका गोरा, चिकना जिस्म, बड़े-बड़े रसीले चूचियाँ, और मोटी, गोल, भारी गांड किसी को भी लंड खड़ा कर देती थी। रिया की चूत हमेशा गीली, गरम और भूखी रहती थी, और मैंने कई बार उसकी चूचियों और गांड को देखकर सोचा, “काश रिया दीदी की चूत को चोद सकूँ… उनकी चूचियाँ चूस सकूँ, और उनकी गांड को फाड़ सकूँ!” हमारे मम्मी-पापा गाँव में रहते थे, और हम दोनों दिल्ली के एक फ्लैट में पढ़ाई-काम के लिए रहते थे।

मेरा 20वाँ बर्थडे था। सुबह मैंने रिया दीदी को विश किया, और वो मुस्कुराईं। उन्होंने एक टाइट, लाल साड़ी पहनी थी, जिसमें उनकी चूचियाँ ब्लाउज़ से बाहर निकलने को बेताब थीं, और उनकी गांड का उभार साफ झलक रहा था। उनके निप्पल सख्त होकर ब्लाउज़ में उभर रहे थे, और उनकी चूत की गर्मी मेरी पैंट में मेरे मोटा लंड को तनने पर मजबूर कर रही थी। रिया दीदी बोलीं, “राहुल, आज तेरा बर्थडे है… मैं तुझे एक खास गिफ्ट दूँगी, जो तेरा पागल कर देगा।” मेरी लंड सख्त हो गई, और मैं सिसका, “दीदी, क्या गिफ्ट है? मेरी लंड तुझसे तड़प रही है।” रिया दीदी हँसीं और बोलीं, “राहुल, आज तेरी चूत को मेरा गिफ्ट मिलेगा… मेरी चूत और गांड तेरा मोटा लंड संतुष्ट करेंगी। तुझे वो सुख मिलेगा जो तूने कभी नहीं पाया।”

एक रात बारिश हो रही थी। घर में सिर्फ मैं और रिया दीदी थे। मम्मी-पापा गाँव में थे, और फ्लैट में सिर्फ हमारा जिस्म की गर्मी थी। रिया दीदी ने मुझे बेडरूम में बुलाया। उन्होंने एक काली, पारदर्शी नाइटी पहनी थी, जिसमें उनकी चूचियाँ और गांड उभर रहे थे। मेरे निप्पल सख्त होकर नाइटी से बाहर निकलने को बेताब थे, और उनकी चूत की गर्मी मेरी पैंट में मेरे मोटा लंड को और सख्त कर रही थी। मैंने कहा, “दीदी, तेरा जिस्म तो माल है। मेरी लंड तुझसे तड़प रही है।” रिया दीदी सिसकीं, “राहुल, आज तेरा बर्थडे गिफ्ट मेरी टाइट चूत और चौड़ी गांड हैं… मेरा मोटा लंड तेरी चूत को वो सुख देगा जो तूने कभी नहीं पाया।”

रिया दीदी मेरे पास आईं, और उनकी नाइटी पर मेरे हाथ गए। मैंने उनकी नाइटी का गला फाड़ दिया। उनकी बड़े-बड़े, रसीले चूचियाँ मेरे सामने नंगी हो गईं, गोल, सख्त, और निप्पल लाल, उभरे हुए। मैंने उनकी एक चूची को अपने मज़बूत, खुरदुरी हाथ में लिया और ज़ोर से दबाया। मेरी उंगलियाँ उनके निप्पल को मसल रही थीं, और मैंने उनकी चूची को अपने गर्म, गीली जीभ से चूमा। रिया दीदी सिसकीं, “आह… राहुल, मेरे चूचियाँ चूस डालो… फाड़ डालो इनको!” मैंने उनकी दूसरी चूची को अपने मुँह में लिया और चूसना शुरू किया। मेरी जीभ उनके निप्पल पर तेज़ी से घूम रही थी, और रिया दीदी ने मेरे बाल पकड़े, “राहुल, मेरी चूचियाँ फाड़ डालो… मेरी टाइट चूत गरम हो रही है!” मेरी मोटा लंड पैंट में फटने को तैयार थी।

मैंने रिया दीदी की नाइटी पूरी उतारी। उनकी नंगी चूत मेरे सामने थी—गीली, गुलाबी, और टाइट, उसकी हर सिलवट पानी से चमक रही थी। उनकी चौड़ी, गोल गांड चिकनी, मोटी थी। मैंने अपनी उंगलियाँ उनकी चूत में डालीं, और वो चिल्लाईं, “आह… राहुल, मेरी टाइट चूत में आग लग रही है!” मैंने अपनी जीभ उनकी चूत पर फेरी, और वो पागल हो गईं। वो बोलीं, “चाट डालो… मेरी टाइट चूत को चूस डालो… इसे मोटा लंड दो!” मैंने उनकी चूत को अपने मुँह में लिया और चूसना शुरू किया। उनकी गर्म, गीली चूत का स्वाद मेरे मुँह में भर गया, और उनकी चूतड़ उछल रहे थे। मैं चीखा, “दीदी, तेरी टाइट चूत तो रसीली है… इसे आज मेरा मोटा लंड फाड़ेगा!”

मैंने अपनी पैंट उतारी। मेरा 8 इंच का मोटा, काला लंड बाहर लहराने लगा, नसें उभरी हुई और सुपारा लाल, चमकदार। रिया दीदी ने इसे देखा और बोलीं, “राहुल, तेरा मोटा लंड मेरी टाइट चूत फाड़ देगा!” मैं हँसा और बोला, “दीदी, आज तेरी टाइट चूत और चौड़ी गांड का भोसड़ा बनाऊँगा। मेरा मोटा लंड तेरी चूत को वो सुख देगा जो तूने कभी नहीं पाया।” मैंने उन्हें सोफे पर लिटाया। उनकी टाँगें चौड़ी कीं, और मैंने अपना मोटा लंड उनकी टाइट चूत पर रगड़ा। उसका सुपारा उनकी टाइट चूत की फाँकों को चीर रहा था। रिया दीदी चिल्लाईं, “डाल दे, राहुल… मेरी टाइट चूत को फाड़ डाल!” मैंने एक ज़ोरदार झटका मारा, और मेरा मोटा लंड उनकी टाइट चूत में पूरा घुस गया। उनकी टाइट चूत टाइट थी, और वो चीख पड़ीं, “आह… मेरा हो गया… मेरी टाइट चूत फट गई!” मैंने ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारे, और उनकी चूचियाँ उछल रही थीं। उनकी चूचियाँ हवा में लटककर हिल रही थीं, और मैंने उन्हें अपने मज़बूत हाथों में भर लिया। मैं सिसका, “दीदी, तेरी टाइट चूत तो रसीली है… इसे चोद-चोदकर फाड़ दूँगा… तूने मुझे वो सुख दिया जो मैंने कभी नहीं पाया!”

मैंने रिया दीदी को घोड़ी बनाया। उनकी चौड़ी, गोल गांड मेरे सामने थी, चिकनी, उभरी हुई, और रसीली। मैंने उनकी गांड पर चार ज़ोरदार थप्पड़ मारे, और उनकी गांड लाल होकर हिलने लगी। मैं बोला, “दीदी, तेरी चौड़ी गांड भी चोदूँगा… इसे मेरे मोटा लंड से फाड़ दूँगा!” रिया दीदी सिसकीं, “चोद दे, राहुल… मेरी चौड़ी गांड फाड़ डाल… तेरा मोटा लंड मेरी चूत को सुख दे रहा है, अब गांड को भी वो मज़ा दे!” मैंने अपने मोटा लंड पर थूक और तेल लगाया, फिर उनकी गांड में धीरे से डाला। उनकी चौड़ी गांड टाइट थी, और वो चीख पड़ीं, “आह… मेरी चौड़ी गांड फट गई!” मैंने हार्डकोर स्टाइल में ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारे, और उनकी गांड को चोदा। उनकी चूचियाँ हिल रही थीं, और उनकी टाइट चूत टपक रही थी। मेरी चुदाई से उनका जिस्म काँप रहा था। वो चिल्लाईं, “राहुल, मेरी टाइट चूत और चौड़ी गांड दोनों हार्डकोर से फाड़ डाल… तूने मुझे वो सुख दिया जो रमेश नहीं दे पाया!”

रात गहराई, और हमारी चुदाई का जुनून बढ़ता गया। मैंने रिया दीदी को बेडरूम में ले जाया। मैंने उन्हें बिस्तर पर पटका, और उनकी टाँगें अपने कंधों पर रख लीं। उनकी टाइट चूत और चौड़ी गांड दोनों मेरे सामने खुली थीं। मैंने उनकी टाइट चूत में मोटा लंड पेला, और वो चिल्लाईं, “आह… राहुल, मेरी टाइट चूत को हार्डकोर से चोद डाल… इसे फाड़ डाल!” मेरा मोटा लंड उनकी टाइट चूत की गहराई तक जा रहा था। मैंने उनकी चूचियाँ अपने मुँह में लिए और चूसने लगा। रिया दीदी सिसकीं, “चोद… और जोर से चोद… मेरी टाइट चूत और चौड़ी गांड दोनों हार्डकोर से फाड़ डालो… तूने मुझे वो सुख दिया जो रमेश नहीं दे पाया!” मैंने उनकी चौड़ी गांड में उंगली डाली, और वो चीखीं, “मेरी चौड़ी गांड में मोटा लंड डाल, इसे हार्डकोर से भोसड़ा बना डाल!” मैंने उनकी गांड में मोटा लंड ठूंस दिया, और उनकी चीखें कमरे में गूँजने लगीं। मेरी हार्डकोर चुदाई से उनका जिस्म पागल हो गया।

मैंने रिया दीदी को बाथरूम में ले जाया। शावर चालू था, और पानी हमारे नंगे जिस्मों पर पड़ रहा था। उनकी चूचियाँ पानी से चमक रही थीं, और उनकी गांड गीली होकर और रसीली लग रही थी। मैंने उन्हें दीवार से सटाया और उनकी टाइट चूत में मोटा लंड पेला। वो चिल्लाईं, “आह… राहुल, मेरी टाइट चूत को हार्डकोर से चोद डाल… इसे फाड़ डाल!” मेरा मोटा लंड उनकी टाइट चूत की गहराई तक जा रहा था, और पानी उनकी चूचियों पर टपक रहा था। मैं बोला, “दीदी, तेरी टाइट चूत मेरे मोटा लंड की गुलाम है… इसे हार्डकोर से फाड़ दूँगा!” वो सिसकीं, “चोद… और जोर से चोद… मेरी टाइट चूत और चौड़ी गांड दोनों हार्डकोर से फाड़ डाल… तूने मुझे वो सुख दिया जो रमेश नहीं दे पाया!”

सुबह हुई, और मैं रिया दीदी की बाहों में नंगी पड़ा था। उनकी टाइट चूत सूजकर लाल हो गई थी, चौड़ी गांड फटकर दर्द से काँप रही थी, और उनकी चूचियाँ मेरे दबाने से नीले पड़ गए थे। वो बोलीं, “राहुल, तेरा मोटा लंड मेरी टाइट चूत और चौड़ी गांड का राजा है। तूने मुझे वो सुख दिया जो रमेश नहीं दे पाया।” मैंने उनका मोटा लंड को मुँह में लिया और चूसते हुए बोला, “दीदी, मेरी टाइट चूत को फिर हार्डकोर से चोद, इसे फाड़ डाल… मेरी चौड़ी गांड को भी हार्डकोर से भोसड़ा बना डाल… तूने मुझे जन्नत दिखा दी!” हमने सुबह की गरम, हार्डकोर चुदाई शुरू की, और यह एक वाइल्ड, हॉट, और सेक्सी रात और सुबह थी, जो कभी खत्म नहीं हुई।