शादी की रात भाभी की चूत का मज़ा

Bhabhi Ki Choot ka Maza Sex Story : हाय दोस्तों, मेरा नाम राहुल है। उम्र 24 साल, लंबा, मजबूत, और मेरा लंड मोटा और सख्त है, जो किसी की भी चूत को खुश कर सकता है। मैं दिल्ली में अपने बड़े भाई, संजय, और उनकी नई-नवेली बीवी, राधा भाभी, के साथ रहता था। भैया की शादी हाल ही में हुई थी, और राधा भाभी 26 साल की थी—गोरी, भारी चूचियाँ जो उनकी साड़ी में ठूंसी रहती थीं, और एक मटकती गांड जो मुझे हर बार तड़पाती थी। उनकी जांघें चिकनी थीं, और सेक्सी निप्पल उनकी कुर्ती से बाहर झाँकते थे। भैया शादी के बाद भी अपने काम में व्यस्त रहते थे, और शादी की रात को कुछ ऐसा हुआ कि भाभी की चूत का मज़ा मुझे मिल गया। ये मेरी हॉट और कामुक कहानी है।

शुरूआत: शादी की रात का माहौल

भैया की शादी बड़ी धूमधाम से हुई थी। दिल्ली का हमारा घर मेहमानों से भरा था। शादी की रात को भैया और भाभी अपने कमरे में गए। मैं अपने कमरे में था, लेकिन नींद नहीं आ रही थी। बाहर बारात की शहनाइयाँ बज रही थीं, और मेरे मन में भाभी का चेहरा घूम रहा था। उसने लाल जोड़ा पहना था, जिसमें उसकी चूचियाँ साफ दिख रही थीं। मैंने सोचा, “भैया कितने खुशकिस्मत हैं जो भाभी की चूत को चोदेंगे।” रात को करीब 12 बजे मैं पानी लेने उठा। भैया के कमरे से कोई आवाज़ नहीं आ रही थी। मैंने सोचा, “क्या भैया सो गए?” मैंने दरवाज़े की झिरी से झाँका। भैया बिस्तर पर सो रहे थे, लेकिन भाभी जाग रही थी। उसकी साड़ी थोड़ी खुली थी, और उसकी चूचियाँ बाहर झाँक रही थीं।

मैं सिहर उठा। भाभी ने मुझे देख लिया। वो उठी और दरवाज़ा खोला। मैं डर गया, “भाभी, मैं पानी लेने आया था।” वो मुस्कुराई, “राहुल, अंदर आ जा।” मैं अंदर गया। वो बोली, “तेरा भैया शराब पीकर सो गया। शादी की रात को मैं अकेली हूँ।” मैं सिहर उठा, “भाभी, ये क्या कह रही हो?” वो मेरे पास आई और बोला, “राहुल, मेरी चूचियाँ देख रहा था न?” मैं शरमाया, “भाभी, आप बहुत सेक्सी हो।” वो हँसी, “राहुल, मेरी चूत को चूस ले।” मेरे जिस्म में गर्मी दौड़ गई। मैं बोला, “भाभी, भैया को पता चला तो?” वो बोली, “राहुल, भैया सो रहे हैं। मेरी चूत को मज़ा दे।”

पहला कदम: भाभी की चूचियाँ

मैंने भाभी की साड़ी का पल्लू खींचा। उसकी मोटी चूचियाँ मेरे सामने थीं—सेक्सी निप्पल सख्त और गुलाबी। मैं बोला, “भाभी, आपकी चूचियाँ कितनी मस्त हैं।” वो सिहर उठी, “राहुल, इन्हें चूस ले…” मैंने उसकी चूची को मुँह में लिया। मेरे जिस्म में एक मीठा दर्द उठा, “भाभी… तेरे निप्पल कितने सेक्सी हैं…” मैं चूस रहा था, और वो तड़प रही थी, “राहुल… मेरी चूचियाँ चूस डाल…” उसकी गर्म जीभ मेरे सेक्सी निप्पल पर घूम रही थी। मैं बोली, “भाभी, मुझे किस करो…” उसने मेरे गुलाबी होंठों पर किस किया। मेरे जिस्म में गर्मी बढ़ गई, “भाभी… तेरे होंठ कितने मस्त हैं…” मैं उसकी चूचियाँ चूस रहा था, और वो मेरे बालों को सहला रही थी।

मैंने उसकी साड़ी पूरी उतार दी। उसकी चूत मेरे सामने थी—चिकनी और गीली। मैं बोला, “भाभी, तेरी चूत कितनी सेक्सी है…” वो सिहर उठी, “राहुल, मेरी चूत को चूस…” मैंने उसकी चूत पर मुँह रखा। मेरे जिस्म में एक गहरा एहसास हुआ, “भाभी… तेरी चूत को चाट डालूंगा…” मेरी जीभ उसकी चूत के होंठों को सहला रही थी, और वो तड़प रही थी, “राहुल… मेरी चूत को पूरा चूस ले…” उसकी चूत से पानी टपक रहा था। मैंने उसकी जांघों पर किस किया और बोला, “भाभी, तेरी चूत को चोदना चाहता हूँ…” वो बोली, “राहुल, मेरी चूत को चोद डाल…”

चुदाई की रात: चूत और गांड का मज़ा

मैंने अपनी पैंट उतारी। मेरा मोटा लंड उसके सामने था। वो डर गई, “राहुल… तेरा लंड बहुत बड़ा है…” मैं बोला, “भाभी, इसे चूस…” उसने मेरा लंड मुँह में लिया। “राहुल… कितना सख्त है…” वो चूस रही थी, और मैं सिहर रहा था, “भाभी… मेरे लंड को चूस डाल…” उसका मुँह मेरे लंड पर ऊपर-नीचे हो रहा था। मैं बोला, “भाभी, अब तेरी चूत में डालूंगा…” उसने मुझे बिस्तर पर लिटाया। मेरी चूत उसके सामने थी। वो बोला, “राहुल, धीरे डाल…” मैंने उसकी चूत पर लंड रगड़ा और धीरे से डाला। मेरे जिस्म में एक गहरा एहसास हुआ, “भाभी… तेरी चूत कितनी टाइट है…” मैं चोदने लगा। “थप-थप-थप” की आवाज़ गूँज रही थी। वो तड़प रही थी, “राहुल… मेरी चूत को चोद डाल…”

मैंने कहा, “भाभी, तेरी गांड भी चोदूंगा…” वो सिहर उठी, “राहुल… मेरी गांड में डाल…” मैंने उसे घोड़ी बनाया। उसकी मोटी गांड मेरे सामने थी। मैं बोला, “भाभी, तेरी गांड कितनी मस्त है…” मैंने उसकी गांड पर किस किया और लंड रगड़ा। वो बोली, “राहुल… धीरे डाल…” मैंने उसकी गांड में लंड डाला। मेरे जिस्म में तेज़ दर्द हुआ, “भाभी… तेरी गांड कितनी टाइट है…” मैं चोदने लगा। वो तड़प रही थी, “राहुल… मेरी गांड को चोद डाल…” मैं उसकी चूचियाँ मसल रहा था, और उसकी गांड लाल हो रही थी। मैंने उसकी चूत और गांड को बारी-बारी चोदा। मेरा रस उसकी चूत में छूट गया। “भाभी… ले मेरा रस… तेरी चूत भर दी…” वो सिहर उठी, “राहुल… मेरी चूत भर गई…”

अंत: नया रिश्ता

सुबह हुई। भैया को कुछ पता नहीं चला। भाभी मेरे पास आई और बोली, “राहुल, तूने मेरी शादी की रात को मस्त बना दिया।” मैंने उसकी चूचियों पर किस किया और बोला, “भाभी, तेरी चूत और गांड मेरे लिए बनी हैं।” वो हँसी, “राहुल, जब भैया नहीं चोदेगा, तू मेरी चूत को मज़ा देना।” उस दिन के बाद मैं हर बार भाभी की चूत और गांड का मज़ा लेता। भैया को लगता कि भाभी खुश है, लेकिन उसकी चूत का असली मालिक मैं था। दोस्तों, मेरी ये हॉट कहानी कैसी लगी?