भाई-बहन सेक्स स्टोरी

Brother Sister Sex Story in Hindi Font : मेरा नाम रिया है, और मैं 22 साल की हूँ। मैं दिल्ली में अपने भाई, रोहन, के साथ रहती हूँ। रोहन 24 साल का है—लंबा, मज़बूत, और उसकी पैंट में उभरता लंड मुझे हमेशा तड़पाता था। हम दोनों के मम्मी-पापा गाँव में रहते हैं, और हम यहाँ दिल्ली में एक किराए के फ्लैट में रहते हैं। मैं कॉलेज में पढ़ती हूँ, और रोहन एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है। मेरा शरीर भरा हुआ है—गोरी चमड़ी, मोटे चूचे, और भारी गांड। रोहन मुझे अक्सर घूरता था, और मुझे उसकी नज़रें गर्म कर देती थीं।

एक रात की बात है। मैं अपने रूम में एक टाइट नाइटी पहनकर सो रही थी। रात के 12 बजे रोहन मेरे रूम में आया। “रिया, सो गई?” उसने धीरे से पूछा। “नहीं, भैया, नींद नहीं आ रही,” मैंने कहा। रोहन मेरे बिस्तर पर बैठ गया। “रिया, तू आज बहुत हॉट लग रही है,” उसने गरम लहजे में कहा। “भैया, ये क्या कह रहे हो?” मैंने डरते हुए पूछा, लेकिन मेरी चूत गीली हो रही थी। “रिया, मैं तुझे चोदना चाहता हूँ,” रोहन ने फुसफुसाते हुए कहा।

मैं चौंक गई, लेकिन मेरे जिस्म में एक अजीब सी गर्मी दौड़ गई। “भैया, ये गलत है,” मैंने कहा। “रिया, बस एक बार, किसी को पता नहीं चलेगा,” उसने कहा और मुझे अपनी बाहों में खींच लिया। उसने मेरे होंठ चूसने शुरू कर दिए। “आह्ह, भैया, मेरे होंठ दबा दो!” मैं सिसक उठी। रोहन ने मेरी नाइटी फाड़ दी। “क्या मस्त चूचे हैं, रिया,” उसने कहा और एक निप्पल को मुँह में भर लिया। “आह्ह, भैया, चूसो,” मैं सिसक उठी। मेरी चूत से रस टपकने लगा।

रोहन ने मेरी नाइटी पूरी उतार दी। “रिया, तेरी चूत देखनी है,” उसने कहा और मेरी टाँगें फैला दीं। मेरी चूत नंगी होकर चमकने लगी। उसने अपनी जीभ मेरी चूत पर फेर दी। “आह्ह, भैया, चाटो, मेरी चूत का रस पी जाओ!” मैं चिल्लाई। उसकी जीभ मेरी चूत के होंठ चूस रही थी। “रिया, तेरी चूत का स्वाद गज़ब है,” रोहन ने कहा और अपनी पैंट उतार दी। उसका मोटा लंड बाहर निकला—लंबा, सख्त और गरम। “भैया, ये तो मेरी चूत फाड़ देगा!” मैंने डरते हुए कहा। उसने हँसते हुए कहा, “रिया, तेरी चूत फाड़ने का मज़ा ही अलग है।”

रोहन ने मेरी चूत पर लंड रगड़ा। “पहले तेरी चूत चोदूँगा,” उसने कहा और एक ज़ोरदार धक्का मारा। “आह्ह, भैया, मेरी चूत फट गई!” मेरी चीखें कमरे में गूँज उठीं। उसने तेज़ी से धक्के मारने शुरू किए। “रिया, तेरी चूत तो मेरे लंड को निगल रही है,” रोहन ने कहा। मेरी गांड हर धक्के के साथ हिल रही थी। “भैया, और जोर से चोदो, मुझे मज़ा दे दो!” मैं चिल्लाई। मेरी चूत से रस टपक-टपक कर बिस्तर पर गिर रहा था।

चुदाई का नशा चढ़ गया। रोहन ने मुझे बिस्तर पर कुतिया बनाया। “अब तेरी गांड में लंड डालूँगा,” उसने कहा और मेरी गांड पर थप्पड़ मारा। “मारो, भैया, मेरी गांड लाल कर दो!” मैंने कहा। उसने अपना मोटा लंड मेरी गांड में पेल दिया। “आह्ह, मेरी गांड फट गई, और तेज़!” मेरी चीखें तेज़ हो गईं। “रिया, तेरी गांड बहुत टाइट है,” रोहन ने कहा। मेरी चूत से रस बह रहा था, और मैंने अपनी उंगलियाँ अपनी चूत में डाल दीं। “भैया, मेरी चूत और गांड दोनों को चोदो!” मैं सिसक उठी।

चुदाई का खेल बढ़ गया। रोहन ने मुझे बिस्तर पर लिटाया और मेरे ऊपर चढ़ गया। “अब तेरी चूत को गहरा चोदूँगा,” उसने कहा और लंड मेरी चूत में ठोक दिया। “आह्ह, भैया, मेरी चूत चीर डालो!” मैं चिल्लाई। उसका लंड मेरी चूत की गहराई तक जा रहा था। “रिया, तेरी चूत को चोद-चोद कर ढीली कर दूँगा,” रोहन ने कहा और मेरे चूचों को मसलते हुए धक्के मारे। “चोदो मुझे, भैया, मुझे अपने लंड का मज़ा दो!” मेरी सिसकियाँ तेज़ हो गईं। बिस्तर हमारी चुदाई से हिल रहा था।

रोहन ने मुझे दीवार से सटा दिया। “रिया, तेरे होंठ चूसूँगा,” उसने कहा और मेरे होंठ चूसने लगा। “आह्ह, भैया, मेरे होंठ दबा दो!” मैंने कहा। उसने मेरे होंठों को काटा और कहा, “रिया, तेरे होंठ तो शहद हैं।” मैंने उसका लंड पकड़ा और मसलते हुए कहा, “भैया, मेरी चूत को फिर चोदो!” उसने मुझे बिस्तर पर पटका और मेरी चूत में लंड ठोका। “तेरी चूत और गांड दोनों को रस से भर दूँगा,” रोहन ने चीखते हुए कहा। “और जोर से चोदो, मेरी प्यास बुझा दो!” मैं चिल्लाई।

रात गहराने लगी। रोहन ने मुझे बाथरूम में ले जाया। “रिया, यहाँ तेरी चूत को चोदूँगा,” उसने कहा और मुझे शावर के नीचे खड़ा कर दिया। पानी मेरे नंगे जिस्म पर बह रहा था। “भैया, पानी में चुदाई का मज़ा लो!” मैंने कहा। उसने मुझे दीवार से सटाया और मेरी चूत में लंड ठोका। “आह्ह, भैया, और जोर से!” मैं चिल्लाई। पानी हमारे जिस्म पर बह रहा था, और मेरी चूत उसके लंड को गीला कर रही थी। “रिया, तेरी चूत मेरे लंड की दीवानी है,” रोहन ने कहा।

सुबह होने को थी। रोहन ने मुझे अपनी गोद में बिठाया। “रिया, अब तेरी गांड फिर चोदूँगा,” उसने कहा और मुझे उल्टा कर दिया। “भैया, मेरी गांड में लंड डाल दो!” मैंने सिसकते हुए कहा। उसने मेरी गांड में लंड पेल दिया। “आह्ह, मेरी गांड फट गई, और तेज़!” मेरी चीखें कमरे में गूँज रही थीं। “रिया, तेरी गांड मेरे लंड की गुलाम है,” रोहन ने कहा और मुझे रगड़ने लगा। मेरी चूत से रस टपक रहा था। “चोदो मुझे, भैया, मुझे अपनी रंडी बना दो!” मैं चिल्लाई।

आख़िर में रोहन का लंड फट पड़ा। उसका गरम रस मेरी चूत में भर गया, फिर मेरी गांड में, और बाक़ी मेरे चूचों और होंठों पर छिड़क गया। “आह्ह, भैया, तुम्हारा रस मेरे मुँह में डालो,” मैंने कहा और उसके लंड से टपकता रस चाट लिया। हम दोनों हाँफते हुए बिस्तर पर गिर पड़े। “रिया, तूने मुझे जन्नत दिखा दी,” रोहन ने हँसते हुए कहा। “भैया, तुमने भी मुझे मज़ा दे दिया,” मैंने जवाब दिया। उसकी चुदाई की गर्मी मेरे जिस्म में समा गई थी।