भाई बहन की सच्ची सेक्स कहानी लखनऊ की

Brother sister Sex Story Lucknow : मेरा नाम प्रिया है। मैं 20 साल की हूँ, गोरी, जवान और भरे हुए बदन की लड़की। मेरे चूचे बड़े, गोल और रसीले हैं, जैसे दो पके हुए आम, जो मेरे टाइट टॉप या कुर्ती से हमेशा बाहर झांकते हैं। मेरे निप्पल गुलाबी और सख्त हैं, जो कपड़ों के ऊपर से हल्के से दिखते हैं और मेरी जवानी की आग को बयान करते हैं। मेरी कमर पतली है, और मेरी गांड बड़ी, मुलायम और गोल है, जो चलते वक्त लचकती है और मर्दों की नजरें वहीं ठहर जाती हैं। मेरी जांघें मोटी और चिकनी हैं, जैसे मलाई की परतें, और मेरी चूत की गर्मी मेरे चेहरे से छुपती नहीं। मैं लखनऊ में अपने परिवार के साथ रहती हूँ। मेरे मम्मी-पापा दोनों जॉब करते हैं, और मेरा भाई, राहुल, 22 साल का है। वो गोरा, मजबूत और हैंडसम है। उसकी चौड़ी छाती और मजबूत बाजुओं को देखकर मेरे कॉलेज की लड़कियाँ उस पर फिदा रहती हैं। लेकिन एक रात लखनऊ में हमारे घर पर कुछ ऐसा हुआ कि राहुल ने मुझे चोदा, और वो घटना मेरी जिंदगी की सबसे हॉट बन गई। ये है मेरी हवस और चुदाई की सच्ची कहानी।

शुरुआत: लखनऊ का माहौल और भाई की हवस

मार्च 2025 की बात है। लखनऊ में हल्की गर्मी शुरू हो चुकी थी। हवा में एक हल्की सी ठंडक थी, लेकिन मेरे बदन में जवानी की आग भड़क रही थी। मैं कॉलेज में पढ़ती हूँ, और मुझे टाइट कपड़े पहनना बहुत पसंद है। मुझे पता है कि मेरे भरे हुए चूचे और लचकती गांड को देखकर लड़के पागल हो जाते हैं। कॉलेज में कई लड़के मुझे लाइन मारते हैं, लेकिन मैं किसी को भाव नहीं देती। मेरा ध्यान हमेशा राहुल पर रहता था। राहुल मुझसे बड़ा है, और हम बहुत करीब हैं। हम दोनों बचपन से साथ खेलते, लड़ते और हंसते आए हैं। लेकिन पिछले कुछ महीनों से मैंने उसकी नजरों में मेरे लिए एक अलग ही हवस देखी थी। जब मैं टाइट ड्रेस पहनकर घर में घूमती, उसकी नजरें मेरे चूचों और गांड पर ठहर जातीं। “प्रिया, तू बहुत मस्त लगती है,” वो हंसते हुए कहता। मैं हंस देती, लेकिन मेरी चूत उसके बोलने से गीली हो जाती।

एक दिन की बात है। मैं अपने रूम में कपड़े बदल रही थी। मैंने सिर्फ ब्रा और पैंटी पहनी थी। मेरे चूचे ब्रा से बाहर आने को तड़प रहे थे, और मेरी गांड पैंटी से लचक रही थी। मेरे चूचों के निप्पल सख्त हो गए थे, और मेरी चूत में हल्की सी गुदगुदी हो रही थी। तभी राहुल बिना नॉक किए मेरे रूम में आ गया। “प्रिया, तेरा… अरे, सॉरी,” वो बोला, लेकिन उसकी नजरें मेरे बदन पर टिक गईं। मैंने जल्दी से अपने हाथों से चूचे ढकने की कोशिश की, लेकिन मेरी गांड तो खुली ही थी। “आह्ह… भैया, बाहर जाओ ना,” मैं शरमाते हुए बोली, लेकिन मेरी चूत गीली हो गई। “प्रिया, तेरी जवानी मुझे पागल कर देती है,” वो फुसफुसाया और चला गया। उसकी बात सुनकर मेरे बदन में एक अजीब सी सिहरन दौड़ गई। मैंने उस रात बिस्तर पर लेटकर अपनी चूत में उंगलियाँ डालीं और राहुल के बारे में सोचते हुए खुद को शांत किया। “आह्ह… भैया… तुम्हारा लंड चाहिए मुझे…” मैं फुसफुसाई। उस दिन से मेरी चूत उसके लिए तड़पने लगी।

पहली रात: भाई की हवस और मेरी तड़प

26 मार्च की रात थी। मम्मी-पापा एक शादी में गए थे, और घर पर सिर्फ मैं और राहुल थे। मैं रात को नहाकर अपने रूम में थी। मैंने लाल रंग की नाइटी पहनी थी, जो मेरे चूचों से चिपक गई थी। मेरे निप्पल सख्त होकर नाइटी से बाहर की तरफ उभर रहे थे, और मेरी गांड नाइटी में लचक रही थी। मैंने अंदर कुछ नहीं पहना था, क्योंकि मुझे गर्मी लग रही थी। मैं बिस्तर पर लेटी थी, और मेरी चूत में हल्की सी खुजली हो रही थी। मैंने अपनी नाइटी ऊपर की और अपनी चूत में उंगलियाँ डाल दीं। “आह्ह… कोई तो चोद दे…” मैं फुसफुसाई। मेरी चूत गीली हो चुकी थी, और मैं राहुल के बारे में सोच रही थी।

तभी मेरे रूम का दरवाजा खुला। राहुल अंदर आया। उसने सिर्फ लुंगी पहनी थी, और उसका लंड लुंगी से तना हुआ साफ दिख रहा था। उसकी चौड़ी छाती और मजबूत बाजुओं को देखकर मेरी चूत और गीली हो गई। “प्रिया, क्या कर रही है?” वो बोला और मेरे पास आया। मैंने जल्दी से अपनी नाइटी नीचे की, लेकिन मेरी चूत की गीलापन उसे दिख गया। “भैया, मैं… कुछ नहीं,” मैं डरते हुए बोली, लेकिन मेरी चूत उसे बुला रही थी। “प्रिया, तुझे लंड चाहिए ना?” वो बोला और मेरे पास बिस्तर पर बैठ गया। उसने मेरी नाइटी ऊपर कर दी। मेरे चूचे नंगे हो गए। मेरे निप्पल सख्त थे, और मेरे चूचे हल्के से हिल रहे थे। “भैया, ये गलत है,” मैं बोली, लेकिन मेरी नजर उसके लंड पर चली गई।

उसने अपनी लुंगी उतार दी। उसका 8 इंच का लंड तना हुआ और मोटा था। उसकी टोपी गीली थी, और उसकी नसें उभरी हुई थीं। “प्रिया, ये देख मेरा लंड,” वो बोला। “भैया, ये कितना बड़ा है,” मैंने आँखें बड़ी करके कहा। मेरा दिल जोर-जोर से धड़क रहा था। उसने मेरे पैर फैलाए। मेरी चूत नंगी हो गई। मेरे हल्के झांट गीले थे, और मेरी चूत की फांकें लाल होकर फूल गई थीं। “प्रिया, तेरी चूत कितनी गर्म है,” वो बोला और अपनी दो उंगलियाँ मेरी चूत में डाल दीं। “आह्ह… भैया… डालो…” मैं चीखी। उसकी उंगलियाँ मेरी चूत में अंदर-बाहर होने लगीं, और मेरे मुँह से सिसकारियाँ निकलने लगीं। “आह्ह… भैया… और जोर से…” मैं तड़पते हुए बोली।

चुदाई की पहली मजा

राहुल ने मेरी चूत में अपनी उंगलियाँ तेजी से अंदर-बाहर कीं। मेरी चूत से पानी बहने लगा। “आह्ह… भैया… चोदो मुझे…” मैं तड़पते हुए बोली। उसने मेरी चूत पर अपना लंड रगड़ा। उसकी गर्म टोपी मेरी चूत की फांकों पर रगड़ रही थी, और मैं पागल हो रही थी। “प्रिया, ले ये,” वो बोला और एक जोरदार धक्का मारा। उसका लंड मेरी चूत में पूरा घुस गया। “आह्ह… भैया… फट गई… आह्ह…” मैं चीखी। उसका लंड मेरी चूत को चीर रहा था। मेरी चूत टाइट थी, और उसका मोटा लंड मुझे दर्द दे रहा था। लेकिन वो दर्द मुझे अच्छा लग रहा था। वो मेरे चूचे दबाते हुए मुझे चोदने लगा। “प्रिया, तेरी चूत टाइट है,” वो बोला। हर धक्के से मेरी गांड बेड पर टकरा रही थी। “भैया, जोर से चोदो… मेरी चूत फाड़ दो,” मैं चीख रही थी।

उसने मेरे चूचे अपने हाथों में पकड़े और जोर-जोर से दबाने लगा। मेरे निप्पल सख्त हो गए थे, और वो उन्हें अपनी उंगलियों से मसल रहा था। “आह्ह… भैया… चूसो मेरे चूचे…” मैंने कहा। उसने मेरा एक चूचा अपने मुँह में लिया और जोर से चूसने लगा। उसकी जीभ मेरे निप्पल पर गोल-गोल घूम रही थी, और मैं सिसकारियाँ ले रही थी। “आह्ह… भैया… और जोर से चूसो…” मैं चीखी। उसने मेरा दूसरा चूचा अपने हाथ से मसला, और मेरा चूचा लाल हो गया। वो मेरी चूत को चोदते हुए मेरे चूचों को चूस रहा था। मैं पागल हो रही थी।

उसने मुझे आधा घंटा चोदा। मेरी चूत लाल हो गई थी, और मेरा पानी दो बार निकल चुका था। “प्रिया, अब तेरी गांड चोदता हूँ,” वो बोला। उसने मुझे पलटा। मेरी गांड गोल और मुलायम थी। उसने मेरी गांड पर थूका और अपनी उंगलियाँ मेरी गांड में डाल दीं। “आह्ह… भैया… धीरे…” मैं सिसकी। मेरी गांड टाइट थी, और उसकी उंगलियाँ मुझे दर्द दे रही थीं। फिर उसने अपना लंड मेरी गांड में डाला। “आह्ह… फट गई… आह्ह…” मैं रो पड़ी। उसका लंड मेरी गांड को चीर रहा था। “प्रिया, तेरी गांड मस्त है,” वो बोला और मेरी गांड चोदने लगा। उसकी उंगलियाँ मेरी चूत में थीं, और वो मेरी चूत को भी रगड़ रहा था। “भैया, मेरी चूत भी चोदो,” मैं बोली। उसने मुझे फिर पलटा और मेरी चूत में लंड डाला। “प्रिया, तेरी चूत में झड़ता हूँ,” वो बोला। उसने मुझे जोर-जोर से चोदा और मेरी चूत में झड़ गया। उसका गर्म वीर्य मेरी चूत से बह रहा था। “भैया, तुमने मुझे पागल कर दिया,” मैं हांफते हुए बोली।

हर रोज की चुदाई

उस रात के बाद राहुल मुझे हर रोज चोदने लगा। जब मम्मी-पापा घर पर नहीं होते, वो मेरे रूम में आता और मुझे चोदता। “प्रिया, तेरी चूत मेरी है,” वो कहता। एक बार उसने मुझे बाथरूम में शॉवर के नीचे चोदा। मैं नहा रही थी, और वो अंदर आ गया। उसने मुझे दीवार से सटाया और मेरा एक पैर उठाकर मेरी चूत में लंड डाल दिया। “आह्ह… भैया… फाड़ दो मुझे…” मैं चीखी। उसका लंड मेरी चूत में अंदर-बाहर कर रहा था, और पानी मेरे चूचों पर गिर रहा था। मेरे चूचे हिल रहे थे, और वो उन्हें चूस रहा था। “प्रिया, तेरे चूचे मस्त हैं,” वो बोला और मेरे निप्पल काटने लगा। मैं सिसकारियाँ ले रही थी। उसने मुझे शॉवर के नीचे आधा घंटा चोदा और मेरी चूत में झड़ गया।

कभी-कभी वो मुझे किचन में चोदता। एक दिन मैं किचन में खाना बना रही थी। मैंने टाइट कुर्ती और लेगिंग्स पहनी थी। मेरी गांड लेगिंग्स में लचक रही थी। राहुल पीछे से आया और मेरी गांड पर हाथ फेरने लगा। “भैया, कोई देख लेगा,” मैं बोली। “प्रिया, कोई नहीं है घर पर,” वो बोला और मेरी लेगिंग्स नीचे कर दी। उसने मुझे टेबल पर झुकाया और मेरी चूत में लंड डाल दिया। “आह्ह… भैया… जोर से…” मैं चीखी। उसने मेरी चूत को जोर-जोर से चोदा और मेरी गांड पर थप्पड़ मारे। “प्रिया, तेरी गांड चाहिए मुझे,” वो बोला और मेरी गांड में लंड डाल दिया। “आह्ह… भैया… फट गई…” मैं चीखी। उसने मेरी गांड चोदी और मेरे चूचों को मसलते हुए मेरी चूत में झड़ गया।

लखनऊ की गलियों में चुदाई

एक दिन राहुल मुझे लखनऊ की गलियों में घुमाने ले गया। हम हजरतगंज गए, और वहाँ से एक सुनसान जगह पर चले गए। मैंने टाइट जीन्स और टॉप पहना था। मेरे चूचे टॉप से बाहर आने को तड़प रहे थे। राहुल ने मुझे एक पेड़ के पीछे ले जाकर मेरी जीन्स नीचे की। “भैया, कोई देख लेगा,” मैं बोली। “प्रिया, यहाँ कोई नहीं है,” वो बोला और मेरी चूत में लंड डाल दिया। “आह्ह… भैया… चोदो मुझे…” मैं चीखी। उसने मुझे पेड़ से सटाकर चोदा। मेरे चूचे हिल रहे थे, और वो उन्हें दबा रहा था। उसने मेरी चूत में झड़ दिया, और मेरा पानी भी निकल गया।

आज की हकीकत

अब मार्च खत्म हो गया है। मम्मी-पापा को कुछ नहीं पता, लेकिन राहुल मुझे हर रोज चोदता है। “प्रिया, तू मेरी रंडी है,” वो कहता है। मेरी चूत उसकी चुदाई के बिना रह नहीं सकती। कभी-कभी वो मुझे अपने दोस्तों के सामने भी चोदता है, और मुझे वो पसंद है। लखनऊ में भाई ने अपनी बहन को चोदा, और मेरी हवस उसके साथ पूरी हुई।