Devar Bhabhi and Bhai Bahan Group Sex Story -मेरा नाम राधिका है, और मैं 28 साल की हूँ। मैं एक शादीशुदा औरत हूँ, और मेरा पति, अजय, 32 साल का है। हम एक छोटे से शहर में रहते हैं। मेरा शरीर भरा हुआ है—गोरी चमड़ी, मोटे चूचे, और भारी गांड। मेरा देवर, रोहन, 24 साल का है—जवान, मज़बूत, और उसकी पैंट में उभरता लंड मुझे हमेशा तड़पाता था। मेरी ननद, प्रिया, 22 साल की है—गोरी, हॉट, और उसका फिगर भी मस्त है। रोहन और मैं पहले से ही चुदाई कर चुके थे, लेकिन कल रात हमने प्रिया को भी शामिल कर लिया।
कल रात की बात है। अजय ऑफिस के काम से देर से आया और रात के 11 बजे सो गया। मैं और रोहन पहले से ही चुदाई का प्लान बना चुके थे। मैंने एक पतली नाइटी पहनी, जिसमें मेरे चूचे और गांड साफ़ दिख रहे थे। प्रिया अपने कमरे में थी, लेकिन मैंने उसे मैसेज किया, “प्रिया, मेरे रूम में आओ, कुछ मज़ा करेंगे।” प्रिया थोड़ा हैरान हुई, लेकिन वो मेरे रूम में आ गई। “भाभी, क्या मज़ा?” उसने पूछा। “प्रिया, आज रात हम तीनों चुदाई करेंगे,” मैंने शरारती अंदाज़ में कहा।
रोहन पहले से ही मेरे रूम में था। “प्रिया, तू भी हमारी चुदाई में शामिल हो जा,” रोहन ने कहा। प्रिया शरमा गई, लेकिन उसकी आँखों में चमक थी। “भैया, भाभी, ये गलत है,” उसने कहा, लेकिन उसकी चूत गीली हो रही थी। मैंने प्रिया को अपनी बाहों में खींच लिया और उसके होंठ चूसने शुरू कर दिए। “आह्ह, भाभी, मेरे होंठ दबा दो!” प्रिया सिसक उठी। रोहन ने मेरी नाइटी फाड़ दी। “क्या मस्त चूचे हैं, भाभी,” उसने कहा और मेरा एक निप्पल मुँह में भर लिया।
मैंने प्रिया की नाइटी उतार दी। “प्रिया, तेरे चूचे भी मस्त हैं,” मैंने कहा और उसके निप्पल चूसने लगी। “आह्ह, भाभी, चूसो,” प्रिया सिसक उठी। रोहन ने हम दोनों की पैंटी उतार दी। “भाभी, प्रिया, तुम दोनों की चूत देखनी है,” उसने कहा और हमारी टाँगें फैला दीं। मेरी और प्रिया की चूत नंगी होकर चमकने लगी। रोहन ने पहले मेरी चूत पर जीभ फेरी। “आह्ह, रोहन, चाटो, मेरी चूत का रस पी जाओ!” मैं चिल्लाई। फिर उसने प्रिया की चूत चाटी। “आह्ह, भैया, मेरी चूत चाटो!” प्रिया चिल्लाई।
रोहन ने अपनी पैंट उतार दी। उसका मोटा लंड बाहर निकला—लंबा, सख्त और गरम। “रोहन, ये तो हमारी चूत फाड़ देगा!” प्रिया ने डरते हुए कहा। “प्रिया, भाभी, तुम दोनों की चूत फाड़ने का मज़ा ही अलग है,” रोहन ने हँसते हुए कहा। उसने पहले मुझे बिस्तर पर लिटाया। “पहले भाभी की चूत चोदूँगा,” उसने कहा और एक ज़ोरदार धक्का मारा। “आह्ह, रोहन, मेरी चूत फट गई!” मेरी चीखें कमरे में गूँज उठीं।
रोहन ने तेज़ी से धक्के मारने शुरू किए। “भाभी, तेरी चूत तो मेरे लंड को निगल रही है,” उसने कहा। प्रिया मेरे बगल में लेट गई और अपनी चूत में उंगलियाँ डालने लगी। “भैया, मेरी चूत भी चोदो!” प्रिया सिसक उठी। रोहन ने मेरा चोदना छोड़ा और प्रिया की चूत में लंड पेल दिया। “आह्ह, भैया, मेरी चूत फट गई!” प्रिया चिल्लाई। मैंने प्रिया के होंठ चूसने शुरू कर दिए। “प्रिया, मज़ा ले,” मैंने कहा।
चुदाई का नशा चढ़ गया। रोहन ने हमें कुतिया बनाया। “अब तुम दोनों की गांड में लंड डालूँगा,” उसने कहा और मेरी गांड पर थप्पड़ मारा। “मारो, रोहन, मेरी गांड लाल कर दो!” मैंने कहा। उसने मेरा लंड मेरी गांड में पेल दिया। “आह्ह, मेरी गांड फट गई, और तेज़!” मेरी चीखें तेज़ हो गईं। फिर उसने प्रिया की गांड में लंड डाला। “आह्ह, भैया, मेरी गांड फट रही है!” प्रिया चिल्लाई। मैंने प्रिया की चूत चाटना शुरू कर दिया। “भाभी, मेरी चूत चाटो!” प्रिया सिसक उठी।
चुदाई का खेल बढ़ गया। रोहन ने हमें बिस्तर पर लिटाया और मेरे ऊपर चढ़ गया। “भाभी, अब तेरी चूत को गहरा चोदूँगा,” उसने कहा और लंड मेरी चूत में ठोक दिया। “आह्ह, रोहन, मेरी चूत चीर डालो!” मैं चिल्लाई। प्रिया मेरे मुँह पर अपनी चूत रखकर बैठ गई। “भाभी, मेरी चूत चाटो,” उसने कहा। मैंने उसकी चूत चाटना शुरू किया। “आह्ह, भाभी, और जोर से!” प्रिया सिसक उठी।
रात गहराने लगी। रोहन ने हमें बाथरूम में ले जाया। “भाभी, प्रिया, यहाँ तुम दोनों की चूत चोदूँगा,” उसने कहा और हमें शावर के नीचे खड़ा कर दिया। पानी हमारे नंगे जिस्म पर बह रहा था। रोहन ने पहले मेरी चूत में लंड ठोका। “आह्ह, रोहन, और जोर से!” मैं चिल्लाई। फिर उसने प्रिया की चूत चोदी। “आह्ह, भैया, मेरी चूत फाड़ दो!” प्रिया चिल्लाई। मैंने प्रिया के होंठ चूसने शुरू कर दिए। “प्रिया, मज़ा ले,” मैंने कहा।
सुबह होने को थी। रोहन ने हमें बिस्तर पर लिटाया। “भाभी, प्रिया, अब तुम दोनों की चूत और गांड में रस डालूँगा,” उसने कहा। उसने पहले मेरी चूत में लंड ठोका, फिर प्रिया की गांड में। “आह्ह, और तेज़!” हम दोनों चिल्लाईं। आख़िर में रोहन का लंड फट पड़ा। उसका गरम रस मेरी चूत में भर गया, फिर प्रिया की गांड में, और बाक़ी हमारे चूचों और होंठों पर छिड़क गया। “आह्ह, रोहन, तेरा रस मेरे मुँह में डाल,” मैंने कहा और उसका रस चाट लिया। प्रिया ने भी चाटा।
हम तीनों हाँफते हुए बिस्तर पर गिर पड़े। “भाभी, भैया, ये रात ज़िंदगी की सबसे मज़ेदार रात थी,” प्रिया ने हँसते हुए कहा। “प्रिया, अब हर रात ऐसी ही होगी,” रोहन ने जवाब दिया। उसकी चुदाई की गर्मी हमारे जिस्म में समा गई थी।