Dost Ki Bahan Ki Chudai Story : मेरा नाम राहुल है, उम्र 28 साल। मेरा जिस्म मज़बूत है—चौड़ी छाती, मोटा लंड, और ऐसी नज़रें जो किसी की चूत को गीला कर दें। मेरा दोस्त अजय कॉलेज का यार था। उसकी बहन प्रिया, 24 साल की, गोरी, भरी हुई चूचियाँ, पतली कमर, मोटी जाँघें और एक ऐसी गांड जो साड़ी में भी मटकती थी। पहली बार उसे अजय के घर देखा, तो उसकी चूतड़ों की लचक ने मेरा लंड खड़ा कर दिया। वो मुस्कुराई, उसके गुलाबी होंठ चमके, और मेरे मन में उसकी चूत को चोदने का ख्याल बस गया।
एक दिन अजय ने मुझे अपने घर बुलाया। “यार, मम्मी-पापा गाँव गए हैं। रात रुक जा, प्रिया खाना बना देगी,” उसने कहा। मैं तैयार हो गया। रात को अजय को ऑफिस से कॉल आया, “राहुल, मुझे जाना पड़ेगा। प्रिया के साथ रुक, सुबह आऊँगा।” वो चला गया, और मैं प्रिया के साथ अकेला रह गया। उसने टाइट सलवार-कमीज़ पहनी थी, जिसमें उसकी चूचियाँ उभर रही थीं, और उसकी गांड हर कदम पर लहरा रही थी। खाना परोसते वक्त वो मेरे पास बैठी, और उसकी मादक खुशबू ने मेरा लंड तड़पा दिया। “राहुल भैया, आप तो बहुत स्मार्ट हो,” उसने शरारती लहजे में कहा, उसकी आँखें मेरे सीने पर टिकी थीं। “तू भी तो मस्त माल है, प्रिया,” मैंने हँसकर कहा। वो शरमाई, लेकिन उसकी आँखों में हवस चमक रही थी।
रात गहरी हुई। मैं सोफे पर लेटा था, प्रिया अपने कमरे में थी। गर्मी से मेरा लंड बेकाबू हो रहा था। मैंने उसके दरवाजे पर दस्तक दी। “प्रिया, नींद नहीं आ रही। थोड़ा बात करें?” वो हँसी, “आ जाओ, भैया।” मैं अंदर गया। वो बिस्तर पर लेटी थी, उसकी कमीज़ ऊपर सरक गई थी, और उसका नंगा पेट चमक रहा था। उसकी चूचियाँ साँसों के साथ उठ रही थीं। मैं उसके पास बैठा, उसकी गर्म साँसें मेरे चेहरे पर टकराईं। मैंने उसकी कमर पर हाथ रखा, वो सिहर उठी। “राहुल भैया, ये क्या कर रहे हो?” उसने फुसफुसाया, लेकिन उसकी आँखों में नशा था। मैंने उसके गुलाबी होंठों पर एक गहरा किस कर दिया। मेरी जीभ उसके मुँह में घुस गई, और मैं उसके होंठों को चूसने लगा। उसका किस इतना गर्म था कि मेरा लंड पैंट में तड़पने लगा। उसने मेरी शर्ट फाड़ डाली, और मेरी चौड़ी छाती पर अपने नाखून गड़ाकर मेरी गर्मी को चखा।
मैंने उसकी कमीज़ ऊपर उठाई, और उसकी गोरी चूचियाँ मेरे सामने नंगी हो गईं। “प्रिया, तेरी चूचियाँ कितनी रसीली हैं,” मैंने गुर्राते हुए कहा। मैंने उसकी एक चूची को अपने मुँह में लिया और उसे ज़ोर से चूसने लगा। मेरी जीभ उसके निप्पल पर नाच रही थी, और मेरा हाथ उसकी दूसरी चूची को बेरहमी से मसल रहा था। वो सिसकारियाँ भर रही थी, “राहुल, मेरी चूचियाँ चूसो,” उसकी आवाज़ में हवस थी। उसकी चूत गीली होकर टपक रही थी। मैंने उसकी सलवार का नाड़ा खोला, और उसकी मोटी जाँघें नंगी हो गईं। उसकी गांड मेरे सामने मटक रही थी, और मैंने उसकी पैंटी फाड़ डाली। उसकी चूत मेरे सामने थी—गीली, गुलाबी, और गर्म। “प्रिया, तेरी चूत और गांड देखकर मेरा लंड तड़प रहा है,” मैंने कहा। मेरी उंगलियाँ उसकी चूत को रगड़ने लगीं, और वो चीख उठी। मैंने उसके चूतड़ों को जकड़ा और उन्हें ज़ोर से दबाया, उसकी कमर मचल रही थी।
मैंने अपनी पैंट उतारी, और मेरा मोटा लंड उसकी जाँघों से टकराया। “राहुल, तेरा लंड मुझे चोद डालेगा,” उसने सिसकते हुए कहा। मैंने उसकी चूचियों को फिर से चूसा, मेरी जीभ उसके पेट से नीचे उसकी चूत तक सरकी। मैंने उसकी चूत को चूम लिया, और मेरी जीभ उसके अंदर घुस गई। वो चीख रही थी, “राहुल, मेरी चूत चाटो!” मैंने उसकी चूत को चाटा, उसका गर्म रस मेरे होंठों पर फैल गया। उसने मेरे बाल जकड़े और मुझे और गहराई में खींच लिया। उसकी चूत मेरे मुँह में टपक रही थी, और मेरा लंड उसकी चुदाई के लिए बेकरार था।
मैंने उसे सोफे पर पटक दिया और उसके ऊपर चढ़ गया। मेरी जाँघें उसकी जाँघों को कुचल रही थीं, और मेरा लंड उसकी चूत से टकरा रहा था। मैंने उसके चूतड़ उठाए और उसे अपनी ओर खींच लिया। “प्रिया, अब तेरी चूत की चुदाई होगी,” मैंने गुर्राया। मैंने उसके होंठों पर एक जंगली किस किया, मेरी जीभ उसकी चूचियों तक सरकी, और मैंने उसके निप्पल को काट लिया। मेरा हाथ उसकी कमर को मसल रहा था, और मेरी उंगलियाँ उसकी चूत को रगड़ रही थीं। मैंने अपने लंड को उसकी चूत में सटा दिया और एक ज़ोरदार धक्का मारा। उसकी चीख हवा में गूँज उठी, “राहुल, तेरा लंड मेरी चूत फाड़ देगा!” मेरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ अंदर घुस गया। मैंने उसकी कमर जकड़ी और उसे चोदना शुरू कर दिया। मेरे हर धक्के से उसकी चूचियाँ उछल रही थीं, और उसकी गांड मेरे लंड से टकरा रही थी।
उसने सोफे को जकड़ लिया, “राहुल, और ज़ोर से चोदो!” उसकी चीख मुझे पागल कर रही थी। मैंने उसकी चूत में अपने लंड को और गहराई तक ठूँसा, और मेरी पूरी ताकत से उसे चोदा। उसकी चूत की गर्मी मेरे लंड को जला रही थी। मैंने उसकी चूचियों को पीछे से पकड़ा और उन्हें मसल दिया। मेरी उंगलियाँ उसके निप्पल को नोच रही थीं, और वो मेरे लंड की हर रगड़ का मज़ा ले रही थी। उसकी गांड मेरे धक्कों से लाल हो गई थी, और उसकी चूत मेरे लंड को निचोड़ रही थी। मैंने उसे उल्टा किया, उसकी गांड ऊँची हुई, और उसके चूतड़ मेरे सामने थिरक रहे थे। मैंने उसकी जाँघें फैलाईं और उसकी चूत में पीछे से अपना लंड घुसा दिया। “प्रिया, तेरी गांड मस्त है,” मैंने कहा और उसकी चुदाई शुरू कर दी। उसकी चीखें तेज़ हो गईं, और मैंने उसके चूतड़ों पर थप्पड़ मारे।
मैंने उसे बाथरूम में ले जाकर शॉवर के नीचे चोदा। पानी उसकी चूचियों से टपक रहा था, और उसकी गांड चमक रही थी। मैंने उसे दीवार से सटाया और उसकी चूत में अपना लंड डाला। मेरे धक्कों से उसकी चूचियाँ हिल रही थीं, और उसकी चूत मेरे लंड को निगल रही थी। उसने मेरी कमर जकड़ ली और चीखी, “राहुल, मेरी चूत फाड़ दो!” मैंने उसकी गांड को मसला और उसे और ज़ोर से चोदा। उसकी चूत मेरे लंड से टकरा रही थी, और उसकी सिसकारियाँ बाथरूम में गूँज रही थीं। मैंने उसे फिर से बिस्तर पर लिटाया, उसकी जाँघें फैलाईं, और उसकी चूत में अपना लंड ठूँस दिया। मेरे हर धक्के से उसकी चूचियाँ उछल रही थीं, और उसकी गांड बिस्तर से टकरा रही थी। वो मेरे होंठों को चूस रही थी, और मैं उसकी चूत को चोद रहा था।
सुबह तक मैंने प्रिया को हर तरह से चोदा। उसकी चूत, गांड, चूचियाँ, जाँघें, चूतड़, कमर—हर हिस्सा मेरे लंड की गर्मी से भर गया। उस रात वो मेरे नीचे तड़पती रही, और उसकी चीखें मेरे कानों में गूँजती रहीं।