Mausa Ji Sex Story : हाय, मैं रिया हूँ। 24 साल की हूँ, और मेरा जिस्म ऐसा है कि लोग मुझे देखकर पागल हो जाते हैं। मेरी चूचियाँ भरी हुई और सख्त हैं, जो हर टाइट कपड़े में उभरकर सामने आती हैं। मेरी गांड गोल, रसीली और टाइट है—जब मैं चलती हूँ, तो वो लचकती है और सबकी नजरें उस पर ठहर जाती हैं। मेरे होंठ गुलाबी और नरम हैं, जिन्हें देखकर हर मर्द चूसने की सोचता है। मेरी चूत हमेशा गर्म रहती है, और उसकी प्यास बुझाने के लिए मैं तरसती थी। मेरा बॉयफ्रेंड था, लेकिन उसका लंड छोटा और कमजोर था—वो मेरी चूत की आग को कभी ठंडा नहीं कर पाया। फिर वो रात आई, जब मौसा जी ने मुझे चोदकर मेरे जिस्म को वो सुख दिया, जो मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था।
ये बात पिछले साल की है। मैं अपने मौसी के घर गई थी। मौसी की तबियत खराब थी, और वो हॉस्पिटल में भर्ती थीं। मैं घर पर उनकी देखभाल के लिए रुकी थी। मौसा जी 45 के थे—लंबे, चौड़े कंधों वाले, और उनकी मर्दाना बॉडी में एक अजीब-सी गर्मी थी। उनकी आँखों में हमेशा एक भूख रहती थी, जो मेरी चूचियों और गांड पर ठहरती थी। मुझे उनकी वो गर्म नजरें अच्छी लगती थीं। मैं जानबूझकर टाइट कुर्ती और लेगिंग्स पहनती थी, ताकि मेरी चूचियाँ उभरें और मेरी गांड का शेप साफ दिखे। वो मुझे घूरते थे, और मैं शरारत से मुस्कुरा देती थी। लेकिन उस रात तक मुझे नहीं पता था कि उनकी भूख मेरी चूत और गांड को चोदने तक जा सकती है।
उस दिन मौसी हॉस्पिटल से लौटी थीं। डॉक्टर ने उन्हें नींद की गोली दी थी, और वो अपने कमरे में सो गई थीं। रात के 11 बज रहे थे। बाहर तेज हवा चल रही थी, और अचानक बिजली चली गई। घर में सन्नाटा और अंधेरा छा गया। मैं अपने कमरे में थी, एक पतली सी नाइटी पहने हुए। नाइटी इतनी हल्की थी कि मेरी चूचियाँ उसमें से साफ झाँक रही थीं, मेरे निप्पल उभर रहे थे, और मेरी गांड उसमें टाइट होकर बाहर निकल रही थी। गर्मी की वजह से मैंने ब्रा और पैंटी भी नहीं पहनी थी। मैं बिस्तर पर लेटी थी, अपनी चूत को सहला रही थी। मेरा मन गर्म हो रहा था, और मेरी चूचियाँ सख्त हो गई थीं। मैं अपनी उंगलियाँ अपनी चूत में डाल रही थी, और सोच रही थी कि काश कोई मेरा जिस्म चोद दे।
तभी दरवाजे पर एक आहट हुई। मैंने चौंककर देखा—मौसा जी खड़े थे। वो सिर्फ एक पतली लुंगी पहने थे, और उनकी चौड़ी छाती पसीने से चमक रही थी। उनकी आँखों में एक अजीब-सी चमक थी। “रिया, डर तो नहीं लग रहा न अंधेरे में?” उनकी आवाज गहरी और सेक्सी थी। मैंने अपने होंठ चाटते हुए कहा, “नहीं मौसा जी, बस गर्मी बहुत लग रही है।” वो मेरे पास आए और बिस्तर के किनारे बैठ गए। उनकी नजरें मेरी चूचियों पर ठहर गईं, जो नाइटी से बाहर निकलने को बेताब थीं। “रिया, तेरी चूचियाँ इस नाइटी में बहुत हॉट लग रही हैं,” उन्होंने धीरे से कहा। मेरी साँसें तेज हो गईं, और मेरी चूत में एक मीठी जलन शुरू हो गई।
मैंने शरारत से कहा, “मौसा जी, आपकी नजरें भी तो कम गर्म नहीं हैं।” उनकी आँखों में आग भड़क उठी। उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और अपनी छाती पर रख दिया। “फील कर, रिया, ये गर्मी तेरे लिए है,” वो बोले। मैंने उनकी छाती को सहलाया—उनकी त्वचा गर्म थी, और उनकी साँसें तेज। मेरी उंगलियाँ उनकी निप्पल पर रुक गईं, और मैंने उन्हें हल्के से दबाया। वो सिसकार उठे। फिर अचानक उन्होंने मेरी नाइटी को ऊपर उठाया, और मेरी चूचियाँ नंगी हो गईं। “क्या मस्त चूचियाँ हैं तेरी, रिया,” उन्होंने कहा और उन्हें अपने बड़े-बड़े हाथों में मसलने लगे। मेरे निप्पल सख्त हो गए, और मैं सिसकारी लेने लगी। “मौसा जी, इन्हें चूसो,” मैंने तड़पते हुए कहा।
उन्होंने मेरी चूचियों को अपने मुँह में लिया। उनकी गर्म जीभ मेरे निप्पल पर घूम रही थी, वो उन्हें चूस रहे थे, हल्के से काट रहे थे, और मेरी चूचियाँ उनकी लार से गीली हो गईं। मैंने उनके बाल पकड़ लिए और अपनी चूचियाँ उनके मुँह में और धकेल दीं। “मौसा जी, और जोर से चूसो, मेरी चूचियों को खा जाओ,” मैं चिल्लाई। उनकी उंगलियाँ मेरी जाँघों पर फिसल रही थीं, और वो धीरे-धीरे मेरी चूत की ओर बढ़ीं। मैंने अपनी टाँगें फैला दीं, और उनकी उंगली मेरी चूत में घुस गई। “रिया, तेरी चूत तो पहले से गीली है,” वो बोले और अपनी उंगली अंदर-बाहर करने लगे। मेरी सिसकारियाँ तेज हो गईं। “मौसा जी, मेरी चूत को चोद दो,” मैंने कहा।
उन्होंने अपनी लुंगी खोल दी। उनका लंड बाहर आया—लंबा, मोटा, और सख्त, जैसे कोई हथियार। उसकी नसें उभरी हुई थीं, और उसका सुपारा चमक रहा था। मैंने उसे देखा, और मेरी चूत में आग लग गई। “मौसा जी, आपका लंड तो मेरे बॉयफ्रेंड से चार गुना बड़ा है,” मैंने कहा। वो हँसे और बोले, “रिया, ये लंड तेरी चूत और गांड दोनों को चोदकर तुझे जन्नत दिखाएगा।” उन्होंने मुझे बिस्तर पर लिटाया, मेरी टाँगें चौड़ी कीं, और अपने लंड को मेरी चूत पर रगड़ा। मैं सिसकार उठी, “मौसा जी, डाल दो, मेरी चूत तरस रही है।”
उन्होंने एक जोरदार धक्का मारा, और उनका लंड मेरी चूत में पूरा घुस गया। मेरी चीख निकल गई, “मौसा जी, आपका लंड मेरी चूत को फाड़ रहा है!” वो रुक गए और मेरे होंठों को चूसने लगे। उनकी जीभ मेरे मुँह में थी, वो मेरे होंठों को कुचल रहे थे, और उनका लंड मेरी चूत में धीरे-धीरे हिल रहा था। फिर उन्होंने धक्के शुरू किए। उनका लंड मेरी चूत में बार-बार अंदर-बाहर हो रहा था, और हर धक्के के साथ मेरी चूचियाँ उछल रही थीं। “रिया, तेरी चूत कितनी टाइट और गर्म है, इसे चोदने का मजा ही अलग है,” वो बोले। मैं चिल्लाई, “मौसा जी, और जोर से चोदो, मेरी चूत को फाड़ डालो!”
उन्होंने मेरी गांड को ऊपर उठाया और अपने लंड को और गहराई तक ठूँसा। उनकी उंगलियाँ मेरी चूचियों को मसल रही थीं, और वो मेरे निप्पल को अपने दाँतों से काट रहे थे। मेरी चूत से रस टपक रहा था, और उनका लंड उसमें चप-चप की आवाज कर रहा था। मैं पागल हो रही थी। “मौसा जी, मेरी गांड को भी चोदो,” मैंने तड़पते हुए कहा। उन्होंने मुझे घुमाया, मेरी गांड को ऊपर किया, और अपने लंड को मेरी गांड पर रगड़ा। “रिया, तेरी गांड इतनी गोल और टाइट है, इसे चोदकर मैं तुझे पागल कर दूँगा,” वो बोले। फिर उन्होंने धीरे से धक्का मारा, और उनका लंड मेरी गांड में घुस गया।
मेरी चीख निकल गई, “मौसा जी, मेरी गांड फट रही है, लेकिन और चोदो!” वो हँसे और धक्के तेज कर दिए। उनका लंड मेरी गांड में बार-बार जा रहा था, और उनकी उंगलियाँ मेरी चूत में थीं। मैं सिसकार रही थी, मेरा जिस्म काँप रहा था। “मौसा जी, मेरी चूचियों को चूसो, मेरी चूत को सहलाओ, मुझे पूरा चोद डालो,” मैं चिल्लाई। उन्होंने मुझे फिर से घुमाया, मेरी चूचियों को अपने मुँह में लिया, और उनका लंड मेरी चूत में फिर से घुस गया। वो मुझे जोर-जोर से चोद रहे थे, और मेरी चूचियाँ उनके मुँह में थरथरा रही थीं। उनकी जीभ मेरे निप्पल पर नाच रही थी, और उनका लंड मेरी चूत की गहराई को छू रहा था।
चुदाई का सिलसिला घंटों चला। उन्होंने मुझे बिस्तर से उठाया और दीवार से सटा दिया। मेरी एक टाँग ऊपर उठाई, और उनका लंड फिर से मेरी चूत में घुस गया। वो मुझे खड़े-खड़े चोद रहे थे, और उनकी उंगलियाँ मेरी गांड में थीं। “रिया, तेरी चूत और गांड दोनों को चोदकर मैं तुझे अपनी रंडी बना दूँगा,” वो बोले। मैं चिल्लाई, “मौसा जी, मुझे अपनी रंडी बनाओ, मेरी चूत को हर रात चोदो!” उन्होंने मुझे फिर से बिस्तर पर पटका, मेरी गांड को ऊपर किया, और उनका लंड मेरी गांड में डालकर जोर-जोर से चोदने लगे। मेरी चूचियाँ बिस्तर पर रगड़ रही थीं, और मेरी चूत से रस बह रहा था।